प्राचीन
ओलंपिक खेल
अनिल जायसवाल
ओलंपिक
खेलों का इतिहास बहुत पुराना है। प्रथम ओलंपिक खेल 776 वर्ष ईसा पूर्व हुए थे। ये खेल
ओलंपिया के देवताओं को समर्पित थे। सारे
खेल प्राचीन ओलंपिया नगरी
में हुए थे। ओलंपिया यूनानी देवताओं ज्यूस और हेरा के
शानदार मंदिरों के¢ लिए
विश्व-विख्यात था।
ये
खेल यूनान के प्राचीन लोगों के लिए बहुत महत्व रखते थे। उस समय भी ये खेल
चार वर्षों के अंतराल पर होते थे। यूनान के
कोने-कोने से लोग इसमें भाग
लेने आते थे। उन्हें जीतने पर जैतून की माला दी जाती थी। फिर गृहनगर में भव्य स्वागत
होता था। नगर में सम्मानित होने के¢ गौरव का अहसास ही खिलाड़ियों में गजब का जोश
भर देता था। पर इन सबसे ऊपर था खेलों में खेल-भावना
के¢ साथ भाग लेना। ये खेल 12वीं शताब्दियों तक चलते रहे। परंतु बादशाह
थियोडोसियस ने सन 393 में ओलंपिक खेलों पर प्रतिबंध लगा दिया। उसका कहना था‘इन
खेलों के प्रति लोगों की दीवानगी बहुत ज्यादा है। आम जनता खिलाड़ियों पर विशेष
ध्यान देती है। इससे धार्मिक मान्यताओं को ठेस लग रही है। इस तरह एक बादशाह की सनक ने
ओलंपिक खेलों को इतिहास बना दिया।
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