ओलंपिक खेलों का इतिहास सदियों पुराना है। परंतु इन दिनों जो ओलंपिक खेल हो रहे हैं, उन्हें आधुनिक ओलंपिक खेल कहते
हैं। इसकी शुरुआ 1896 में यूनान क¢ एथेंस नगर में हुई। तब से अ¨लंपिक खेलों का परचम पूरे विश्व में शान से लहरा रहा है।
अब तक आपने 1996 तक के खेलों के बारे में जाना। अब आगे
सिडनी (आस्ट्रेलिया 15 सितंबर से 1 अक्तूबर 2000
इस ओलंपिक में भाग लेने वाले देशों
की संख्या बढ़कर 200 हो गई। बीर्गिट फिशर ने क्याक खेलों
में दो स्वर्ण पदक जीते। उसने 20 साल
पहले मास्को ओलंपिक में भी स्वर्ण-पदक जीता
था। इस तरह 20 साल के अंतराल पर पदक जीतने वाली वह पहली
महिला खिलाड़ी बनी।
एथेंस (यूनान) 13 से 29 अगस्त 2004
कोशिश हुई थी कि 1996 के ओलंपिक खेल यूनान में कराए जाएं पर यह सफल
नहीं हो पाया था। पर 2004 में ओलंपिक खेल अपने जन्मदाता देश में लौटा। इस बार 201 देशों
ने इस ओलंपिक में भाग लिया। खिलाड़ियों की संख्या भी 10000 से ज्यादा हो गई।
बीजिंग (चीन) 8 से 24 अगस्त
2008
तोक्यो और सिओल के बाद बीजिंग ओलंपिक कराने वाला तीसरा एशियाई शहर बना। अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ने इस ओलंपिक में 8 स्वर्ण पदक जीते
जो आज भी एक ओलंपिक में किसी एक खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक का विश्व रिकार्ड
है। भारत के अभिनव बंद्रा ने निशानेबाजी में
स्वर्ण पदक जीतकर भारत को ओलंपिक के इतिहास में पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया।
लंदन (इंग्लैंड) 25 जुलाई से 12 अगस्त 2012
लंदन में तीसरी बार ओलंपिक खेल हुए। यह आज तक के इतिहास में किसी
एक नगर के लिए रेकार्ड है। पहली बार महिलाओं के लिए भी बाक्सिंग प्रतियोगिताएं ओलंपिक
में हुई। सबसे खास बात यह रही कि हर देश की टीम में एक न एक महिला खिलाड़ी जरूर थी।
अब रियो (ब्राजील) 5 से 21 अगस्त 2016
इस बार के ओलंपिक में रेकार्ड 206 देशों ने भाग लिया। दो देश कोसोवो
और दक्षिण सूडान पहली बार ओलंपिक में भाग लेने आए। इस बार सबसे ज्यादा 28 खेलों में
306 स्पर्धाएं आयोजित की गई । खिलाड़ियों में माइकल फेल्प्स सबसे सफल रहे। अमेरिका
के तैराक माइकल फेल्प्स ने 5 स्वर्ण और एक
रजत पदक जीता।
महान धावक उसेन वोल्ट में लगातार तीसरे ओलंपिक में 100 मीटर, 200
मीटर और 100 गुणा 4 रिले में स्वर्ण पदक जीते। इस तरह लगातार तीन ओलंपिक में तीन-तीन स्पर्धाओं में
स्वर्ण पदक जीतने वाले वह पहले खिलाड़ी बन गए।
सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक के साथ ही
सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला देश भी अमेरिका ही बना।
भारत रियो ओलंपिक में कोवल दो ही पदक जीत पाया। दोनों पदक महुला खिलाड़ियों ने दिलाए। पहले कुश्ती में साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीता
फिर बैडमिंटन में पी. वी. सिंधु ने रजत पदक हासिल किया। पहली बार किसी महिला भारतीय खिलाड़ी ने रजत पदक जीता।
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